PUBLISHER – Rajpal and Sons
AUTHOR – Amrita Pritam
CLASSIFICATION – Biography & Autobiography Literary
ISBN NO. – 9789350643327
LANGUAGE – Hindi
PAGES – 144
PUBLISHED DATE – 2022
BINDING – Paperback
CONDITION – New
अमृता प्रीतम की आत्मकथा "एक अंतर्यात्रा" की गहरी भावनाओं को सुंदरता से व्यक्त करते हैं। आपका उल्लेख कि शब्द कागजों पर उतरते रहने से संवादित होते हैं यह दिखाता है कि आपकी लेखनी की शक्ति वाचिक और रूपी अभिव्यक्ति के साथ-साथ भावनाओं को साझा करने की क्षमता है।
आपकी यह धारणा कि आपके लेखन और विचारों से आप उन देवताओं को जगाने का प्रयत्न कर रहे हैं, जो हमारे अंतरात्मा में नींद में सो रहे हैं, यह गहरी और मानवता के अंदर के सार्वभौमिक स्वरूप की पहचान कराती है। आपका विचार लेखन में और सोच में उदारता और साहित्यिक उद्देश्य की गहराई को प्रकट करता है।
इस वाक्य में छिपी गंभीरता और उत्कृष्टता ने आपकी आत्मकथा के महत्वपूर्ण पहलुओं को उजागर किया है। आपके साहित्यिक यात्रा में सफलता और आपकी विशेष दृष्टिकोण के लिए शुभकामनाएँ।